राज्य के सभी प्रखंडों में 20 से 24 जनवरी तक लगेगा स्वास्थ्य मेला
Ranchi : स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा संचालित विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं, कार्यक्रमों को जन-जन तक पहुंचाने एवं बीमारियों की रोकथाम एवं स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ पहुंचाने के लिए राज्य के सभी प्रखंडों में ‘प्रखंड स्वास्थ्य मेला’ का आयोजन किया जाएगा। प्रखंड स्वास्थ्य मेला एक दिवसीय होगा, जिसका आयोजन 20 से 24 जनवरी के बीच किया जाएगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, झारखंड के अभियान निदेशक अबू इमरान ने निदेशक प्रमुख, स्वास्थ्य के साथ-साथ सभी क्षेत्रीय उपनिदेशक एवं सभी सिविल सर्जनों को इस बाबत विस्तृत दिशा निर्देश जारी किया है।
अभियान निदेशक ने कहा है कि मेले का आयोजन उस क्षेत्र की सामाजिक सांस्कृतिक व्यवस्था, रोग प्रसार और क्षेत्रीय स्वास्थ्य सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए किया जाना है। आयोजन के लिए उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला प्राधिकरण रणनीति तैयार करेगा, जिसके आलोक में सिविल सर्जन सफल आयोजन सुनिश्चित कराएंगे। उन्होंने कहा है कि मेला शुरू होने से कम से कम दो दिन पहले डॉक्टरों व अन्य कर्मियों की ड्यूटी चार्ट के साथ पूछताछ कार्यालय हर प्रखंड में कार्यरत होना चाहिए। साथ ही मेला से तीन पूर्व व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाए। मेले का सफल आयोजन को लेकर जिल एवं प्रखंड स्तर पर 8-10 लोगों की जिला एवं प्रखंड स्तरीय समिति गठित की जाएगी। प्रखंड स्तरीय समिति के अध्यक्ष पंचायत अध्यक्ष, बीडीओ सह अध्यक्ष, प्रखंड के मेडिकल अफसर, सदस्य संयोजक होंगे। इसके साथ ही महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, समाज कल्याण विभाग आदि प्रखंड स्तरीय अधिकारी भी समिति में शामिल होंगे। इसके अलावा मेडिकल कॉलेज, एनजीओ, हेल्थ प्रोफेशनल्स, समुदाय प्रतिनिधि, विद्यालयों एवं मीडिया के भी प्रतिनिधि शामिल होंगे।
गंभीर मरीजों को रेफर करते हुए फॉलोअप के लिए विवरण रखे जाएंगे
अभियान निदेशक ने कहा है कि मेले में जो भी मरीज रेफर किए जाएंगे उसका नाम, गांव का नाम व जिस अस्पताल में रेफर किया गया है, उसका पूरा विवरण रजिस्टर में दर्ज किए जाएंगे। रेफर मरीजों की गांव वार सूची तैयार की जाएगी। रेफरल मरीजों को नजदीकी एसएचसी, एचडब्ल्यूसी, पीएचसी से जोड़ा जाएगा। उक्त स्वास्थ्य संस्थानों को रेफरल मरीजों का फॉलोअप के लिए सहिया, सीएचओ एवं एमओ के साथ साझा किया जाएगा।
मेले में क्या-क्या सुविधाएं : मेले में आभा कार्ड, आयुष्मान भारत कार्ड बनाने के साथ-साथ सामान्य चिकित्सा, मातृ स्वास्थ्य, बाल स्वास्थ्य, टीकाकरण, मोतियाबिंद जांच, ईएनटी, दंत, चर्मरोग, कुष्ठ, टीबी, मलेरिया, अंधापन, कैंसर, आयुर्वेद, युनानी, होमियोपैथी, योगा आदि की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी।
क्लिनिकल परीक्षण की स्थल के पास सुविधा : अभियान निदेशक नेे कहा है कि मेला का स्थान ऐसा चयन किया जाएगा, जहां पहुंच आसान हो। आवश्यक दवाओं व अन्य संसाधनों की आपूर्ति जिला स्वास्थ्य के माध्यम से पूर्व में सुनिश्चित कर ली जाएगी। मेला का आयोजन पीएचसी, सीएचसी के आसपास या परिसर में ही किया जाए ताकि, क्लिनिकल परीक्षण और दवाओं की सुविधा आसानी से उपलब्ध करायी जा सके।