प्रयागराज : महाकुम्भ में पुण्य स्नान करने वालों की संख्या 60 करोड़ पार
महाकुम्भ में पुण्य स्नान करने के बाद तिलक लगवाती एक महिला।
National Desk: महाकुम्भ में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या शनिवार को 60 करोड़ से अधिक हो गई। शुक्रवार की रात आठ बजे तक 1.28 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम सहित अन्य गंगा घाटों पर पुण्य की डुबकी लगाई, जिसके साथ ही अब तक स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़कर 59.31 करोड़ हो चुकी है। श्रद्धालुओं के आने का क्रम सतत जारी है। महाकुम्भ की समाप्ति 26 फरवरी को है, ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि महाकुम्भ में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 65 करोड़ से अधिक होगी।
यह शनिवार और रविवार महाकुम्भ का आखिरी सप्ताहांत (वीकेंड) होगा। इसमें श्रद्धालुओं की संख्या और भी ज्यादा बढ़ने की संभावना है क्योंकि इस दोनों तिथियों में प्रयागराज शहर और आसपास के वे श्रद्धालु भी स्नान के लिए निकलेंगे, जो अभी तक मेला में श्रद्धालुओं की संख्या कम होने का इंतजार कर रहे थे। मेला प्रशासन के पास भी यह फीडबैक है इसलिए इस शनिवार और रविवार के साथ ही अंतिम स्नान के लिए खास इंतजाम किए जा रहे हैं। आमतौर पर माघी पूर्णिमा के बाद मेला क्षेत्र लगभग खाली हो जाता है। महाशिवरात्रि का स्नान पर्व केवल प्रशासनिक व्यवस्था के लिहाज से माना जाता है, जबकि अधिकांश लोग यह स्नान काशी में करने को वरीयता देते हैं। लेकिन इस बार 144 साल बाद के पुण्य का खुमार कुछ ऐसा सिर चढ़कर बोल रहा है कि माघी पूर्णिमा के बाद से ही मेला एकदम बदला दिख रहा है।
सात दिनों से संख्या एक करोड़ हो रही पार
पिछले सात दिनों से प्रतिदिन एक करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम स्नान कर रहे हैं। 15 फरवरी से श्रद्धालुओं की संख्या करोड़ में पहुंची, जो अब तक जारी है। इन सात दिनों में एक दिन 19 फरवरी को छोड़ दिया जाए तो बाकी छह दिन स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या सवा करोड़ से अधिक ही रही है। शुक्रवार को सुबह आठ बजे ही 31 लाख 34 हजार श्रद्धालु पावन त्रिवेणी में डुबकी लगा चुके थे। सिलसिला दिन चढ़ने के साथ बढ़ता गया। 10 बजे यह संख्या बढ़कर 49.10 लाख हो गई। 12 बजे तक 68.09, दो बजे तक 84.41 लाख श्रद्धालु स्नान कर चुके थे जबकि चार बजते-बजते श्रद्धालुओं की संख्या एक करोड़ पार कर गई, और रात आठ बजे तक 1.28 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके थे।