बोड़ाम प्रखंड की 6 में से 2 पंचायतों में हुआ परिवर्तन

बोड़ाम प्रखंड की 6 में से 2 पंचायतों में हुआ परिवर्तन

भूला में मंगल सिंह व रसिकनगर में अर्चना सिंह बने मुखिया

Patamda: जमशेदपुर के कॉपरेटिव कॉलेज में पहले दिन मंगलवार को बोड़ाम प्रखंड की 6 पंचायतों के लिए हुई मतगणना के बाद जो परिणाम सामने आए हैं उसमें मुखिया पद के लिए सिर्फ दो पंचायतों भूला व रसिकनगर में ही परिवर्तन हुआ है। जबकि 4 पंचायतों पोखरिया, माधवपुर, गौरडीह व मुकरूडीह में निवर्तमान मुखिया या उनके परिवार के ही सदस्य निर्वाचित हुए हैं। बोड़ाम प्रखंड की पोखरिया पंचायत में पूर्व मुखिया स्व हेमंत सिंह की पत्नी माधुरी सिंह मुखिया बनीं। पति हेमंत सिंह व सास विशखा सिंह के निधन के बाद जनता ने उनपर सहानुभूति दिखाते हुए माधुरी को अपार समर्थन दिया। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी जस्मीन सोरेन को करीब 1355 वोटों के अंतर से हराया। माधुरी सिंह सरदार को 2337 वोट प्राप्त हुए जबकि जस्मीन सोरेन को 982 वोट मिले। वहीं माधवपुर पंचायत में निवर्तमान मुखिया दासी वाला सिंह के पुत्र शत्रुघ्न सिंह अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी विश्वनाथ मूदि को 2085 मतों के बड़े अंतर से हराकर मुखिया बने। शत्रुघ्न सिंह को 2547 जबकि विश्वनाथ मूदि को 462 वोट मिले हैं। यहां के लोग बताते हैं कि 2010 में मुखिया बने विश्वनाथ मूदि का कार्यकाल खराब रहने की वजह से 2015 में माधवपुर की जनता ने दासी वाला सिंह को चुना था। उनका यह कार्यकाल सराहनीय होने की वजह से ही शत्रुघ्न सिंह भारी मतों के अंतर से जीत हासिल कर पाये। गौरडीह पंचायत में निवर्तमान मुखिया परेश सिंह सरदार पर लगातार तीसरी बार भरोसा जताते हुए इस बार भी जनता ने उनका समर्थन किया और उनकी पत्नी आरती सिंह करीब 900 वोटों के अंतर से जीतकर दूसरी बार मुखिया बनी। इससे पूर्व वे 2010 के चुनाव में भी मुखिया बनी थीं। उन्हें कुल 1759 वोट जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी यशोदा सिंह को 851 वोट प्राप्त हुए। गौरडीह पंचायत के रूपसान गांव निवासी परेश सिंह सरदार की क्षेत्र में विशिष्ट पहचान है यही वजह है कि उन्हें लगातार तीन बार मौका मिला। मुकरूडीह पंचायत में निवर्तमान मुखिया विनती हांसदा ने पुनः जीत हासिल की। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी अमूल्य रतन सिंह को 79 वोटों के अंतर से हराया। दोनों के बीच कांटे की टक्कर रही। विनती हांसदा को 1463 जबकि अमूल्य रतन सिंह को 1384 वोट प्राप्त हुए। विनती हांसदा का कार्यकाल भी संतोषजनक रहा इसलिए जनता ने उन्हें दुबारा मौका दिया है। रसिकनगर पंचायत में निवर्तमान मुखिया किष्टो मूदि की पत्नी पुष्पा मूदि जो 2010 में मुखिया बनी थी इस बार हार गईं। उस परिवार पर लगातार दो बार जनता ने भरोसा जताते हुए मौका दिया था लेकिन इस बार पहले से परिवर्तन की बयार चल रही थी और लोगों ने इस बार एक शिक्षित परिवार को ही मौका दिया। यहां पिछली बार द्वितीय स्थान पर रहे सनातन सिंह लाया की पत्नी अर्चना सिंह को मुखिया के रूप में चुना। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को करीब 864 मतों के अंतर से हराया। अर्चना सिंह को 1668 जबकि पुष्पा मूदि को 804 मत मिले हैं। भूला पंचायत में कांदरूजोना के ग्राम प्रधान मंगल सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी निवर्तमान मुखिया प्रियंका माहली को करीब 256 वोटों से हरा दिया। मंगल सिंह को करीब 1115 जबकि प्रियंका माहली को 859 वोट प्राप्त हुए। यहां 4 प्रत्याशियों के बीच मुख्य लड़ाई थी और कांटे की टक्कर में मंगल सिंह को यह सफलता मिली है। यहां तीसरे स्थान पर पूर्व मुखिया दामोदर सिंह जबकि चौथे स्थान पर युवा क्रिकेटर रजनीकांत सिंह रहे।

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