20 सितंबर तक कुड़मी को अजजा सूची में शामिल करने की पहल नहीं हुई तो होगा अनिश्चितकालीन रेल चक्का जाम

20 सितंबर तक कुड़मी को अजजा सूची में शामिल करने की पहल नहीं हुई तो होगा अनिश्चितकालीन रेल चक्का जाम

Patamda: राज्य के लगभग 150 प्रखंडों में एक साथ मंगलवार को टोटेमिक कुड़मी-कुरमी(महतो)समाज के बैनर तले प्रखंड विकास पदाधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर कुड़मी-कुरमी जाति को अनुसूचित जनजाति की सूची में पुनः शामिल करने की मांग की है। इस संबंध में आदिवासी कुड़मी समाज के केंद्रीय सहसचिव जयराम महतो ने बताया कि प्रखंड विकास पदाधिकारियों से आग्रह किया गया है कि उनकी मांगों को राज्य सरकार तक भेजा जाय। इसके बाद आगामी 20 सितंबर के पूर्व तक अगर राज्य सरकार मांगों से संबंधित अनुशंसा पत्र केंद्र सरकार को नहीं भेजती है तो 20 सितंबर से पूरे राज्य में कुड़मी-कुरमी(महतो) समाज की ओर से अनिश्चितकालीन रेल चक्का जाम किया जायेगा। उन्होंने बताया कि पटमदा एवं बोड़ाम प्रखंड के टोटेमिक कुरमी-कुड़मी समाज के लोगों द्वारा पटमदा प्रखंड कार्यालय में बीडीओ पीयूषा शालीना डोना मिंज को ज्ञापन सौंपा गया है। जबकि बोड़ाम में बीडीओ के प्रधान सहायक जयचांद महतो को ज्ञापन सौंपा गया है। बताया कि टोटेमिक कुड़मी-कुरमी जनजाति देश की आजादी से पहले आदिम जनजाति में सूचीबद्ध थी। लेकिन 1950 में कुड़मी-कुरमी (महतो) जनजाति को छोड़कर सभी आदिम जनजातियों को अनुसूचित जाति में सूचीबद्ध किया गया। पिछले 72 वर्षों से अब तक लगातार यह जनजाति समुदाय अनुसूचित जनजाति की सूची में सूचीबद्ध हेतु संघर्षरत है।

बोड़ाम में ज्ञापन सौंपने के दौरान कुड़मी समाज के सुभाष महतो, अनिल चंद्र महतो, शांतिराम महतो, प्रकाश चंद्र महतो, नीलकमल महतो, निताई चंद्र महतो, फाल्गुनी महतो आदि उपस्थित थे। जबकि पटमदा में जयराम महतो, मधु महतो, डॉ माधव चंद्र महतो, रामकृष्ण महतो व पतिलाल महतो आदि मौजूद थे।

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