चोइरा में मनाई गई झारखंड आंदोलनकारी कानुराम हेम्ब्रम की 10वीं पुण्यतिथि

चोइरा में मनाई गई झारखंड आंदोलनकारी कानुराम हेम्ब्रम की 10वीं पुण्यतिथि

कानुराम हेंब्रम ने झारखंड आंदोलन के लिए छोड़ दी थी सरकारी नौकरी : महाबीर मुर्मू


Dhalbhumgarh: अलग झारखंड राज्य की मांग पर आंदोलन में अहम योगदान देने वाले स्वर्गीय कानुराम हेंब्रम को हम कभी भी भूला नहीं सकते। क्योंकि उन्होंने झारखंड आंदोलन के लिए अपनी सरकारी नौकरी का भी त्याग कर दिया था। दुनिया में ऐसे लोग कम ही मिलते हैं जो सुखी संपन्न जिंदगी जीना छोड़ सिर्फ समाज के लिए जीना और मरना पसंद करते हैं। यह बातें बुधवार को धालभूमगढ़ प्रखंड के मोहुलिसोल पंचायत के चोइरा गांव में झामुमो नेता महाबीर मुर्मू ने कही। वे झारखंड आंदोलनकारी स्व कानुराम हेम्ब्रम की 10वीं पुण्यतिथि के मौके पर झामुमो के धालभूमगढ़ प्रखंड कमेटी द्वारा आयोजित श्रद्धांजलि सभा में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। श्री मुर्मू ने कहा कि कानुराम हेम्ब्रम ने झारखंड आंदोलन में न सिर्फ अहम योगदान दिया बल्कि क्षेत्र के सामाजिक कार्यों में भी महत्वपूर्ण भागीदारी निभाई। यही वजह है कि कोई भी सामाजिक विचार में उनको आसपास के गांव के लोग भी बुलाते थे। क्योंकि उनके विचार और व्यवहार के सभी कायल थे। वे समाज को एक अच्छा मार्गदर्शन दिया करते थे। इस दौरान महाबीर मुर्मू ने समाधि स्थल एवं आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया और उनकी धर्मपत्नी को वस्त्र प्रदान करते हुए सम्मानित किया।

मौके पर मुख्य रूप से झामुमो नेता जगदीश भकत, झामुमो प्रखंड अध्यक्ष अर्जुन चंद्र हांसदा, गुंजन हेंब्रम, सचिव नरेन सोरेन, सुबोध मुर्मू, चैतन मुर्मू, सरबत मुर्मू, वैद्यनाथ सोरेन, कमल मंडल, धीरेन पाल, बिनोद चौबे, मंगल हांसदा, छोटराई मुर्मू, पुलक नमाता, मनोज तांती, चन्दन पांडेय, शेख सलीम शहजादा व कासू मार्डी आदि मौजूद थे।

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