चावल विकास निदेशालय भारत सरकार के निदेशक ने किया बोड़ाम प्रखंड के कई गांवों का दौरा, किसानों से ली जानकारी
Jamshedpur: बोड़ाम प्रखंड के कुईयानी पंचायत अंतर्गत बाघरा गांव में गुरुवार को चावल विकास निदेशालय, भारत सरकार के निदेशक डॉ. मान सिंह ने दौरा किया। आत्मा के द्वारा उक्त गांव में पूर्व में किसानों को शत प्रतिशत अनुदान पर चना बीज का वितरण खाद्य एवं पोषण सुरक्षा कृषि उन्नति योजना के तहत किया गया था, जिसका भौतिक निरीक्षण निदेशक डॉ. मान सिंह ने किया। बाघरा गांव के 81 किसानों के द्वारा चना की खेती की गई है। जिसमें 20 हेक्टेयर प्रक्षेत्र को कलस्टर के रूप में प्रत्यक्षण हेतु चिन्हित किया गया है।
पहाड़पुर पंचायत के कोयरा गांव के किसान दोल गोविंद सिंह को 50 प्रतिशत अनुदान पर दी गई कृषि यंत्र ट्रैक्टर चालित रोटावेटर के बारे में निदेशक ने उनसे मिलकर योजना एवं अनुदान आदि के बारे में जानकारी ली। भ्रमण के क्रम में बोंटा गांव के किसानों से मिलकर योजना के बारे में जानकारी दी गई। वहां भी किसानों ने योजना के तहत 13 हेक्टेयर में मसूर दाल की खेती की है। आत्मा की उप परियोजना निदेशक गीता कुमारी ने बताया कि बीज के साथ-साथ कृषि उपादान भी किसानों को निःशुल्क उपलब्ध कराया गया है, जिसका प्रयोग किसानों ने वैज्ञानिक पद्धति से आत्मा के प्रसार कर्मियों के तकनीकी सुझाव के अनुरूप किया है। मौके पर निदेशक डॉ. मान सिंह ने किसानों को बताया कि बुआई के पूर्व बीजोपचार करना जरूरी है जिससे खरपतवार एवं कीटनाशी का प्रकोप कम रहता है।
तकनीकी सहायक सूरज कुमार ने मोबाइल ऐप के माध्यम से जिओ- प्लॉटिंग करने की प्रक्रिया की जानकारी किसानों व उपस्थित प्रसार कर्मियों को दी। मौके पर 2 किसानों के प्लॉट का जिओ- टैगिंग इंट्री किया गया। सूरज कुमार ने कहा कि खाद्य एवं पोषण सुरक्षा कृषि उन्नति योजना अंतर्गत जितने भी डेमोस्ट्रेशन का कार्य किया गया है उसका जिओ- टैगिंग इंट्री किया जाएगा। इसमें किसानों के खेतों का जीपीएस फोटो अपलोड होगा और बुआई से लेकर कटाई तक 3 स्टेज का फोटो, फसल कटनी का फोटो एवं क्या क्या खाद, कीटनाशक व दवाओं का व्यवहार किया गया है उन सभी का डाटा इंट्री किया जाएगा, जिसे भारत सरकार के द्वारा ऑनलाइन मॉनिटरिंग किया जाएगा। दौरे के क्रम में तकनीकी सहायक सूरज कुमार, उप परियोजना निदेशक गीता कुमारी, प्रखंड तकनीकी प्रबंधक सुशील कुमार महतो व तकनीकी सहायक प्रबंधक चैताली दत्त आदि शामिल थे।