दलमा में भूमिज मुंडा समाज का 43 वां वार्षिक वनभोज, टीएसी सदस्य विश्वनाथ ने कहा: सदियों से जल-जंगल-जमीन की रक्षा करते आ रहे हैं आदिवासी
Jamshedpur : दलमा बुरु बोंगा मैदान, बिरिगोड़ा (चांडिल) में रविवार को भूमिज मुंडा समाज का 43 वां वार्षिक वनभोज सह पारिवारिक मिलन समारोह संपन्न हुआ। इसका आयोजन अखिल भारतीय आदिवासी भूमिज मुंडा कल्याण समिति पटमदा, नीमडीह, कुकड़ू, मानगो, सोनारी एवं तमाड़, आदिवासी भूमिज मुंडा युवा संगठन चांडिल व आदिम भूमिज मुंडा कल्याण समिति, आदित्यपुर के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
मौके पर पोटका की पूर्व विधायक मेनका सरदार, टीएसी सदस्य विश्वनाथ सिंह सरदार, रांची विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति सत्यनारायण सिंह मुंडा, समाजसेवी विश्वनाथ सिंह सरदार, जगमोहन सिंह मुंडा, माधव मुंडा, हातु मुंडा, जय हरि सिंह मुंडा, कमलाकांत सिंह मुंडा, शरत सिंह सरदार, लक्खीनारायण सिंह, मुखिया हरेंद्र सिंह, बुलुरानी सिंह, जगबंधु सिंह व जय सिंह भूमिज, आयोजन समिति के अध्यक्ष मंगल सिंह मुंडा, सचिव साहेब राम सिंह मुंडा समेत दर्जनों लोगों ने समारोह को संबोधित किया।
टीएसी सदस्य विश्वनाथ सिंह सरदार ने कहा कि आदिवासियों ने सदियों से हिंसक पशुओं से लड़ाई करते हुए जल, जंगल व जमीन को बचाने के साथ -साथ संघर्ष की बदौलत खुद को सुरक्षित रखने का काम किया है। उन्होंने कहा कि भूमिज-मुंडा समाज के बच्चों को शिक्षित करने के लिए हमें आगे आने की जरूरत है। इसके पहले सुबह 8 बजे लाया द्वारा पूजा अर्चना व झंडोत्तोलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इसके बाद बिरसा मुंडा की मूर्ति पर माल्यार्पण करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस दौरान दिवंगत पारा शिक्षक सोनू सरदार, रामदयाल मुंडा, गंगानारायण सिंह, जिलपा लाया आदि की तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। सुबह 10 बजे से बच्चों एवं महिलाओं के बीच खेलकूद व सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम में झारखंड, पश्चिम बंगाल व ओड़िशा के विभिन्न जिलों से आए हजारों की संख्या में महिला-पुरुष शामिल हुए।