डिमना घाटी की सुंदरता पर बुरी नजर, सड़क पर मृत पशु फेंके जा रहे, बदबू से परेशान ग्रामीणों ने खोला मोर्चा
आक्रोशित ग्रामीण
Jamshedpur : जमशेदपुर शहर से सटे बोड़ाम थाना क्षेत्र में आने वाली डिमना घाटी की सुंदरता पर लोगों की बुरी नजर पड़ने से वातावरण प्रदूषित होने लगी है। यहां हमेशा की तरह मिर्जाडीह में सड़क पर शनिवार देर रात एक मृत पशु को फेंक दिए जाने से चारों ओर बदबू आने लगी है। इससे जहां राहगीरों को आवागमन में परेशानी हो रही है वहीं स्थानीय ग्रामीणों का धैर्य जवाब देने लगा है।
ग्रामीणों में मिर्जाडीह निवासी संजय कर्मकार व दिनेश लोहार का कहना है कि डिमना या आसपास के इलाकों में खटाल का संचालन करने वाले दुग्ध उत्पादकों के द्वारा अक्सर दुधारू पशुओं के मरने के बाद रात के अंधेरे में फेंक दिया जाता है। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भी कई बार ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं और प्रशासन से मांग किए जाने के बावजूद इसपर रोक नहीं लगाई गई है। उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत वन विभाग के रेंजर, मानगो नगर निगम के पदाधिकारी, उपायुक्त व एसएसपी से करते हुए दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की जाएगी। साथ ही डिमना चौक के समीप दो सीसीटीवी कैमरे लगाने की मांग की जाएगी ताकि रात के अंधेरे में घटना को अंजाम देने वालों की पहचान हो सके।
रविवार को ग्रामीणों में वन विभाग के खिलाफ भी काफी रोष देखा गया क्योंकि यह दलमा इको सेंसेटिव जोन में आता है और इसपर रोक लगाने के लिए वन विभाग के अधिकारी या कोई भी कर्मचारी ध्यान नहीं देते हैं। इसमें स्थानीय लोगों के अलावा उन लोगों को सबसे अधिक परेशानी होती है जो शुद्ध वातावरण की तलाश में मॉर्निंग वॉक में उस क्षेत्र में प्रतिदिन आते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अगर इसपर रोक नहीं लगी तो मिर्जाडीह, गेरूआ व आसपास के गांवों के लोगों द्वारा उग्र आंदोलन भी किया जा सकता है।