पटमदा डिग्री कॉलेज जाल्ला में बाहा मिलन समारोह, छात्राओं ने किए बाहा नृत्य
Patamda: पटमदा डिग्री कॉलेज जाल्ला के प्रांगण में शनिवार को संथाली भाषा विभाग की ओर से बाहा मिलन समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में आदिवासी परंपरा व संस्कृति की झलक देखने को मिली। इस दौरान मुख्य अतिथि के रूप में कॉलेज के सचिव सह विधायक प्रतिनिधि चंद्रशेखर टुडू, विशिष्ट अतिथियों में जिला पार्षद प्रदीप बेसरा, जितुलाल मुर्मू, दिवाकर टुडू व सिजेन हेंब्रम शामिल हुए।
मुख्य अतिथि चंद्रशेखर ने कहा कि बाहा पर्व आदिवासियों का महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। बाहा का अर्थ फूल एवं पर्व का मतलब त्योहार होता है। इस त्योहार में आदिवासी समाज के लोग अपने सरना स्थल, जाहेर थान में अपने देवता को महुआ व सखुआ के फूल आदि को अर्पण करते हैं। अर्पण के बाद ही जंगली चीज ग्रहण करते हैं। संथाल समुदाय के लोग यह पर्व तीन दिनों तक मनाते हैं।
जिला पार्षद प्रदीप बेसरा ने कहा कि प्रत्येक संस्कृति कहीं न कहीं प्रकृति से जुड़ी होती हैं। लेकिन आदिवासी समाज पूर्ण रूप से प्रकृति से जुड़ा हुआ है। यह पर्व पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है। उन्होंने विद्यार्थियों से पढ़ाई के साथ-साथ संस्कृति को भी बचाने की अपील की। इस दौरान कॉलेज की छात्राओं ने मांदर व धमसा के थाप पर पारंपरिक वस्त्र धारण करते हुए बाहा नृत्य प्रस्तुत किया जो लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बना रहा। मौके पर डिग्री कॉलेज के प्राचार्य केपी महतो, इंटर कॉलेज के प्राचार्य अरुण कुमार, संथाली भाषा विभाग के शिक्षक श्रीकांत माझी, विश्वनाथ महतो, गौतम गोराई, भुवनेश्वर महतो व शालिग्राम मिश्रा समेत अन्य सभी शिक्षकगण मौजूद थे।