बाघिन के बाद अब सिंहपुरा वन क्षेत्र में हाथियों ने डाला डेरा, रात में घर तोड़ खा रहे अनाज, लोगों में दहशत
क्षतिग्रस्त मकान के साथ पीड़ित परिवार।
Gurabanda: पूर्वी सिंहभूम जिले के गुड़ाबांदा में बाघिन का भय खत्म होने के बाद अब प्रखंड की सिंहपुरा पंचायत में हाथियों का विचरण जारी है। हाथी गांव में आकर घरों को तोड़कर धान को अपना निवाला बना रहे हैं। ग्रामीणों के मुताबिक एक झुंड में सात हाथी मौजूद हैं। एक शिशु हाथी के भी साथ होने की खबर है। 30 दिसंबर को सिंहपुरा गांव में हाथियों का झुंड पहुंचा और एक दुकान को नुकसान पहुंचाया। जबकि 31 दिसंबर की शाम को फुलकुटा गांव के धुनू हांसदा के घर को जंगली हाथियों ने क्षतिग्रस्त किया। धुनू हांसदा के अनुसार मंगलवार रात को अपने पत्नी छीता हांसदा के साथ सोए हुए थे। लगभग 8:30 के करीब जंगली हाथी आकर घर तोड़ने लगे। जैसे ही उन दोनों को पता चला तो घर से बाहर भाग कर अपनी जान बचाई। उन्होंने बताया कि हाथियों ने घर में रखे चावल, धान, आटा और चना दाल खा लिया। इससे पहले भी दो बार इस तरह से हाथियों ने घर तोड़े हैं, नुकसान के एवज में सरकार या वन विभाग की तरफ से किसी तरह का मुआवजा नहीं मिल पाया। जिससे दोनों पति-पत्नी काफी दुखी हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि एक सप्ताह से लगातार सिंहपुरा क्षेत्र के पास हाथियों का उत्पात मचा हुआ है, वन विभाग की तरफ से ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। इससे स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। जंगली हाथियों के डर से स्थानीय लोग रात भर पहरेदारी कर रहे हैं। इस संबंध में वनकर्मी अभिलाष महतो ने बताया कि 30 दिसंबर की रात को हाथियों को गांव से दूर भगाया गया था। हाथी भोजन की तलाश में गांव की ओर आ रहे हैं।