पटमदा के माचा में मशरूम उत्पादन केंद्र से फैल रहा प्रदूषण, कई ग्रामीणों के बीमार पड़ने के बाद ग्राम प्रधान ने की बैठक
ग्राम सभा की अनुमति के बिना प्लांट चलाने का आरोप, राज्यपाल से करेंगे शिकायत
Patamda: पटमदा थाना क्षेत्र अंतर्गत माचा गांव में महादेव फार्मिंग (मशरूम उत्पादन केंद्र) से संचालक द्वारा प्रदूषण फैलाने का आरोप है गया है। इससे गांव के आधे दर्जन लोग बीमार पड़ गए हैं और अन्य लोग काफी परेशान हैं। दुर्गंध से परेशान लोग नाक में रुमाल या गमछी लेकर घूमने को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने इसके विरोध में बुधवार को ग्राम प्रधान तिलक सिंह की अध्यक्षता में शिव मंदिर परिसर में बैठक की। इस दौरान एक ज्ञापन राज्यपाल के नाम तैयार किया गया जिसकी प्रतिलिपि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, स्वास्थ्य मंत्री, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, उपायुक्त, एसएसपी, सांसद, विधायक एवं अन्य पदाधिकारियों को भी देने का निर्णय लिया गया।
ग्राम प्रधान तिलक सिंह ने कहा कि बिना ग्राम सभा की अनुमति के ही यहां मशरूम का प्लांट चलाया जा रहा है जो गैर कानूनी है। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी जलेश्वरी सिंह (50 वर्ष) के अलावा गांव की मिथिला गोराई (52) व शोभा गोराई (55) को मंगलवार को शाम से लगातार उल्टियां होने से परेशान हैं। जबकि दिवाकर दत्त (62), श्वेता हालदार (16) व जिया हालदार (6) को सांस लेने में तकलीफ हो रही है और मंगलवार की रात को स्थिति बिगड़ गई थी। उन्होंने कहा कि प्लांट से काफी दुर्गंध फैलने की वजह से लोग बीमार पड़ रहे हैं। इसके खिलाफ कार्रवाई की मांग पर ग्रामीण आंदोलन को एकजुट हो रहे हैं। बैठक में मुखिया प्रतिनिधि खांदु सिंह, उप मुखिया गोपाल गोराई, आदित्य माहली, अजीत दत्त, मुचीराम बाउरी समेत दर्जनों लोग मौजूद थे।
इस संबंध में महादेव फार्मिंग के संचालक राजू कुमार साव व अनंत कुमार सिंह ने बताया कि पिछले 3 महीने से यहां काम चल रहा है। यहां से मशरूम का उत्पादन शुरू हो गया है और बाजारों में भेजा जाने लगा है। उन्होंने ग्रामीणों के आरोपों के संबंध में कहा कि सरसों की खल्ली और भूसा के मिश्रण के वक्त दुर्गंध फैलने की शिकायत थी जिसे एक यंत्र लगाकर सुधार कर लिया गया है और भविष्य में ऐसी शिकायत नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि इससे दर्जनों लोगों को रोजगार मिल रहा है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के साथ बैठकर गतिरोध को दूर कर लिया जाएगा।