पटमदा के 3 अधिप्राप्ति केंद्रों का रविवार उद्घाटन तो होगा मगर धान बेचने के लिए किसानों को करना पड़ेगा इंतजार, जानें क्या है माजरा
बारिश के दौरान खेती का नजारा (फाइल फोटो)।
Patamda: पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन के निर्देश पर रविवार यानी 15 दिसंबर को पटमदा प्रखंड के तीन लैंपस पटमदा, बांगुड़दा व गोबरघुसी में धान अधिप्राप्ति केंद्र का उद्घाटन किया जाएगा। लेकिन सूत्रों का कहना है कि रविवार को सिर्फ गोबरघुसी स्थित केंद्र में ही धान की खरीदारी की जाएगी और वह भी औपचारिकता पूरी करने के लिए। क्षेत्र के किसानों को अपना धान बेचने के लिए कम से कम और 15 दिनों का इंतजार करना पड़ सकता है। इसका मुख्य कारण बेमौसम बारिश व देर से कटनी के बाद हाल ही में घर में लाए गए धान में नमी की मात्रा अधिक होना बताया जा रहा है।
बताते हैं कि अगर अभी अधिप्राप्ति शुरू हो जाती है तो लैंपस के कर्मचारियों को काफी नुकसान होने की संभावना है। क्योंकि अब तक राइस मिल मालिकों के बारे में कोई सटीक जानकारी उपलब्ध नहीं हो पाई है इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि लैंपस से धान के उठाव में काफी समय लग सकता है। इससे उस समय तक प्रति क्विंटल 20 किलो तक शॉर्टेज होने का अनुमान है जिसकी भरपाई करना लैंपस संचालकों के लिए मुश्किल हो सकता है। अगर यह बात सच साबित हुई तो उन किसानों को बड़ा झटका लगेगा जो पैसे की जरूरत या उधार लेकर खेती करने के बाद अपने उत्पाद (धान) की बिक्री करने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार कुछ दिनों के अंदर दो बार हुई बारिश के दौरान खेतों में ही धान की फसल भीगने के बाद अभी नमी अधिक है इसलिए स्थानीय व्यापारी भी करीब 1700 रुपए प्रति क्विंटल खरीदारी कर रहे हैं। जबकि सरकारी दर 100 रुपए की बोनस राशि मिलाकर 2400 रुपए निर्धारित है। अगर लैंपस में देर हुई तो क्षेत्र के किसान व्यापारियों के हाथों कम दर में ही बेचने को मजबूर हो सकते हैं।