पहले नक्सली बाधक थे अब बालू की कमी बन रही बड़ी वजह, विकास योजनाएं प्रभावित होने से लोगों में बढ़ रही नाराजगी
जियान टोला के समीप निर्माणाधीन पुल।
Gurabanda: पूर्वी सिंहभूम जिले के गुड़ाबांदा प्रखंड अंतर्गत काशियाबेड़ा से जिलिंगडुंगरी जाने वाली सड़क पर जियान टोला नूतनडीह के निकट पुल का निर्माण कार्य 88 लाख की लागत से किया जा रहा है। बालू की कमी के कारण अब पुलिया का निर्माण कार्य रुक गया है। संवेदक ने फाउंडेशन खोद कर छोड़ दिया है जो वहां से गुजरने वाले लोगों के लिए दुर्घटना का सबब बन गया है। स्थानीय लोगों के अनुसार आजादी के बाद करीब 70 सालों तक विकास से वंचित यह क्षेत्र नक्सल मुक्त होने पर विकास की उम्मीद तो जगी लेकिन एक दूसरी बड़ी वजह बनकर खड़ी हो गई है बालू की कमी। इसके लिए न तो राज्य सरकार की ओर से कोई पहल की जा रही है और न ही कोई वैकल्पिक व्यवस्था।
बताते चलें कि मुख्यमंत्री ग्राम सेतु योजना के तहत ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल से पुल का निर्माण कराया जा रहा है। वर्ष 2016 के पहले इस क्षेत्र में नक्सलियों का घोर प्रभाव था। अतिसंवेदनशील होने के कारण यह इलाका विकास से दूर रहा। नक्सल मुक्त होने के बाद पहली बार पुल व सड़क निर्माण की स्वीकृति मिली है। पुल निर्माण कार्य रुक जाने से कुड़ियान, जियान, कोसाफोलिया, जिलिगडुंगरी आदि गांव के लोगों में नाराजगी है। पुल निर्माण कार्य के कार्यकारी एजेंसी कियू कंस्ट्रक्शन के संवेदक भीम सिंह का कहना है कि बालू नहीं मिलने के कारण निर्माण कार्य बंद किया गया है। वहीं योजना के शिलान्यास के दौरान स्कूली एवं साक्षरता मंत्री सह घाटशिला के विधायक रामदास सोरेन ने दो माह के भीतर पुल निर्माण कार्य पूरा करने के लिए ठेकेदार को सख्त निर्देश दिया है।