बामनी सबर टोला का जलमीनार एक साल से खराब, शिकायत के बाद भी नहीं हुई मरम्मत
Patamda : पटमदा के बामनी गांव के बड़डीह सबर टोला में 4000 लीटर की क्षमता वाले जलमीनार पिछले एक साल से खराब पड़ा हुआ है। इसकी शिकायत स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं विभागीय अधिकारियों के पास करने के बावजूद इसकी मरम्मत नहीं हो पाई है। इसके कारण सबर समुदाय के लोगों को एक किमी दूर से पेयजल लाना पड़ रहा है। जबकि स्नान करने के गोबरघुसी गांव के तालाब में जाना पड़ता है। अभी गर्मी का मौसम आने वाला है, ऐसे में इनकी परेशानी और बढ़ने की संभावना है।
बामनी गांव निवासी धर्मू किस्कू ने बताया कि लघु ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत 2018-19 में 5 लाख 76 हजार की लागत से 4 हजार लीटर क्षमता वाले जलमीनार का निर्माण कराया जा चुका है। निर्माण के बाद से ही लगातार कई बार इसके खराब होने की समस्या सामने आई और कई बार मरम्मत भी करवाई गई। लेकिन दिसंबर 2023 से जलमीनार लगातार खराब पड़ा हुआ है। उन्होंने बताया कि जलमीनार की मरम्मत हेतु स्थानीय मुखिया, बीडीओ व संबंधित विभाग के अधिकारी से कई बार गुहार लगाई गई, लेकिन अब तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया। गांव की लक्ष्मी सबर, सुरेंद्र सबर, कमला सबर, शशि सबर व जोबा सबर ने बताया कि हम गरीबों की सुनने वाला कोई नहीं है, जबकि उनका यह टोला टाटा-पटमदा मुख्य सड़क के किनारे स्थित है। जहां से आए दिन सांसद, विधायक अन्य पंचायत प्रतिनिधि एवं जिला प्रशासन का भी आवागमन होते रहता है। गर्मी के मौसम में कड़ी धूप में भी उन्हें एक किलोमीटर दूर स्नान करने के लिए जाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि जल्द से जल्द इसका समाधान नहीं हुआ तो आने वाले दिनों में सबर परिवारों के सभी बच्चे व बड़े नंगे बदन प्रखंड एवं जिला कार्यालय में धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।