2 लाख की रंगदारी के लिए खदान का रास्ता रोकना पड़ा महंगा, पटमदा में 30 लोगों पर एफआईआर दर्ज
Patamda: कमलपुर थाना क्षेत्र के ओड़िया-चिरूडीह गांव निवासी 8 नामजद समेत करीब 3 दर्जन लोगों के खिलाफ रंगदारी मांगने को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। बताते हैं कि चिरूडीह स्थित आदिल खान के पत्थर खदान में वाहनों के आने-जाने के लिए बनाई गई सड़क को पिछले 9 अप्रैल से ग्रामीणों द्वारा बंद करा देने से खदान का काम बंद हो गया है। इससे स्थानीय मजदूरों के साथ-साथ व्यवसायी को भी काफी नुकसान होने की बात बताई गई है।
खदान के मैनेजर मोहम्मद इरफान के बयान पर शनिवार को कमलपुर थाने में हेमंत महतो, सागर महतो समेत 8 नामजद समेत 30 लोगों के खिलाफ 2 लाख रुपए की रंगदारी नहीं देने पर काम बंद करा देने की लिखित शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज हुई है। शिकायत में मैनेजर ने पुलिस को बताया है कि चिरूडीह गांव के कुछ लोगों द्वारा माइंस चलाने के एवज में माइंस संचालक आदिल खान से 2 लाख रुपए की रंगदारी मांगी जा रही है। जबकि संचालक से इससे पहले कई बार खर्चा के नाम पर एक-दो हजार रुपए ले चुके हैं। लेकिन इस बार उनकी मांग 2 लाख रुपए तक पहुंच गई और रंगदारी नहीं देने पर खदान का काम पूरी तरह से बंद करा दिया गया है। आरोपियों ने खदान के रास्ते में एक महीने से बोल्डर डालकर जाम कर रखा है। इसके अलावा बोल्डर को हटाकर वाहन चलाने का प्रयास करने पर वाहनों के आगे लोग लेट जाते हैं। ग्रामीणों को कुछ बोलने से खदान से जुड़े कर्मचारियों के साथ गाली गलौज किया जाता है।
थाना प्रभारी दीपक कुमार ठाकुर ने बताया कि पुलिस द्वारा मामले की छानबीन की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक जिस रास्ते पर वाहनों का आवागमन होता था उसे कुछ लोगों द्वारा रैयती जमीन बताकर रोक दिया गया था। लेकिन अंचलाधिकारी की मौजूदगी में जब सरकारी अमीन से मापी कराई गई तो वह जमीन झारखंड सरकार अनाबाद निकली, लेकिन ग्रामीण मानने को तैयार नहीं थे और प्रशासन के साथ भी अभद्र व्यवहार पर उतारू हो गए थे।