आस्तिक महतो के घर पहुंचे सीएम हेमंत सोरेन ने दी मंदाकिनी देवी को श्रद्धांजलि
Jamshedpur: झारखंड आंदोलनकारी सह समाजसेवी आस्तिक महतो की मां मंदाकिनी देवी के सोमवार को हुई निधन के बाद राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मंगलवार को करीब 12 बजे जमशेदपुर के सोनारी स्थित आवास पर पहुंचे व शोकाकुल परिवार को सांत्वना दी। इस दौरान सीएम ने मंदाकिनी देवी की तस्वीर पर श्रद्धांजलि देते हुए नमन किया। मौके पर उन्होंने कहा कि भगवान से माताजी की दिवंगत आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना की गई। उन्होंने कहा कि अलग झारखंड राज्य के आंदोलन में माताजी की भूमिका से वे अवगत हैं और उनके महत्वपूर्ण सहयोग से ही आंदोलन को धार मिली। माताजी के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है इसलिए इस परिवार के साथ वे हमेशा की तरह आगे भी साथ रहेंगे। उन्होंने कहा कि चुनावी मौसम में आपाधापी के कारण अधिक समय नहीं दे पा रहे हैं। कहा कि 22 नवंबर को आयोजित श्राद्धकर्म में भी शामिल होने का प्रयास करेंगे।
इस दौरान उन्होंने घर पर बैठकर परिवार के सभी सदस्यों का परिचय लिया और बच्चों को गोदी में लेकर पुचकारा। उन्होंने करीब 15 मिनट का समय बिताने के बाद किसी भी जरूरत पर उन्हें फोन करने की बात कही। मौके पर मुख्य रूप से राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, पूर्व सांसद सह जमशेदपुर पूर्वी के कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. अजय कुमार, पूर्व सांसद शैलेन्द्र महतो, श्रीनाथ यूनीवर्सिटी के चांसलर सुखदेव महतो, समाजसेवी फणींद्र महतो, झामुमो नेता मोहन कर्मकार, अजय रजक, झरना पाल, मनमथ महतो, एसएन सिंह, अशोक सिंह, गोल्डी सिंह, मोहम्मद सामद, जुगसलाई के निर्दलीय प्रत्याशी जुगल किशोर मुखी, बाबलू महतो, कमल महतो, स्वपन कुमार महतो, जसाई मार्डी, बसपा प्रत्याशी बृंदावन दास, निर्दलीय प्रत्याशी शंभू चौधरी, खादिम अंसारी, मनोज महतो आदि मौजूद थे।
सीएम हेमंत सोरेन ने इस घर को आज करीब से देखा और आस्तिक महतो से जानकारी ली। उन्हें बताया गया कि झारखंड आंदोलन के दौरान आस्तिक महतो के इसी पुराने घर से कोल्हान में आंदोलन की रणनीति तय होती थी। आज भी दशकों पुराना इस घर को सुरक्षित रखा गया है और उसमें ही रसोईघर है।