आबकारी विभाग के 8 साल पुराने मामले में पूर्व जिला पार्षद स्वपन कुमार महतो हुए बरी, हाजत से कैदी को भगाने का था आरोप
स्वपन कुमार महतो (फाइल फोटो)
Patamda: बोड़ाम के पूर्व जिला पार्षद स्वपन कुमार महतो मंगलवार को जमशेदपुर सीजीएम विशाल गौरव के कोर्ट से साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिए गए। उनके खिलाफ सरकारी काम में बाधा पहुंचाने का आरोप था। आबकारी विभाग के अधिकारी द्वारा 17 जुलाई 2016 को साकची थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। आरोप है कि स्वपन कुमार महतो साकची स्थित आबकारी विभाग के हाजत में बंद दो आरोपी अंबुज सिंह व दुर्गाचरण बास्के को हंगामा करते हुए हाजत से निकालकर ले गए थे। इस दौरान आबकारी विभाग के पुलिसकर्मी खुद को असहाय महसूस कर रहे थे। दोनों आरोपी को अवैध शराब की बिक्री के आरोप में पुलिस द्वारा पकड़ा गया था और स्वपन कुमार महतो आबकारी विभाग के कार्यालय पहुंचे थे।
मंगलवार को जमशेदपुर कोर्ट से बरी होने के बाद साथियों संग स्वपन कुमार महतो
इस संबंध में स्वपन कुमार महतो ने कहा कि उन्हें माननीय न्यायालय पर विश्वास था इसलिए करीब 8 सालों तक मुकदमा चलने के बाद आखिरकार उन्हें न्याय मिल ही गया। उनके साथ ही अंबुज सिंह व दुर्गाचरण बास्के को भी राहत मिली और तीनों ससम्मान बरी किए गए।
गौरतलब हो कि पहली बार 2015 में बोड़ाम प्रखंड से जिला परिषद सदस्य के रूप में चुनाव जीतने के बाद लावजोड़ा गांव निवासी युवा नेता स्वपन कुमार महतो काफी चर्चा में आए थे। आबकारी विभाग पर आरोप था कि उनकी टीम द्वारा कुछ लोगों को अवैध शराब बेचने के आरोप में पटमदा व बोड़ाम थाना क्षेत्र से पकड़ लिया गया था और उनमें से दो लोग वैसे भी थे जिन्होंने पूर्व में ही कारोबार छोड़ चुका था लेकिन उसके बावजूद गलत तरीके से विभाग ने कार्रवाई की थी जिसका विरोध स्वपन कुमार महतो ने समर्थकों के साथ किया था।