विभिन्न संगठनों से जुड़े झारखंड आंदोलनकारी मेघनाथ महतो नहीं रहे, 73 की उम्र में हुआ निधन, अंतिम दर्शन को उमड़े लोग
मेघनाथ महतो (फाइल फोटो)
Patamda: अलग झारखंड राज्य के आंदोलन में महती भूमिका निभा चुके व पटमदा के जाल्ला गांव निवासी रहे मेघनाथ महतो का 73 वर्ष की उम्र में गुरुवार की अहले सुबह निधन हो गया। बुधवार को सांस लेने में तकलीफ होने व उनकी तबीयत अचानक बिगड़ने पर उन्हें टीएमएच में भर्ती कराया गया था। वहां इलाज के दौरान हार्ट अटैक हो गया। उनके कनिष्ठ पुत्र पंचानन महतो ने बताया कि पिछले करीब एक माह पूर्व छाती में जलन व पेट संबंधी समस्या होने पर उन्हें सीएमसी वेल्लोर ले जाया गया था जहां जांचोपरांत चिकित्सकों ने फेफड़े में कैंसर होने की पुष्टि करते हुए दवाइयां देकर छोड़ दिया था। उन्हें कुछ दिनों बाद फिर से जांच हेतु जाना था और वर्तमान में घर पर ही स्वास्थ्य लाभ कर रहे थे। लेकिन बीच में अचानक मंगलवार से तबीयत बिगड़ी और इलाज के क्रम में अंतिम सांस ली। उनके आकस्मिक निधन से क्षेत्र में शोक की लहर है और अंतिम दर्शन को पटमदा सिदो-कान्हू चौक स्थित आवास परिसर में सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंचे।
चार भाइयों में तीसरे मेघनाथ बाबू शुरू से ही अलग झारखंड आंदोलन के साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में काफी सक्रिय रहे। उन्हें अलग राज्य के आंदोलन में पुलिस की लाठियां तक खानी पड़ी और क्षेत्र में उच्च शिक्षा का अलख जगाने के लिए पटमदा इंटर कॉलेज जाल्ला के लिए दान में अपनी जमीन दी थी। वह कॉलेज के 7 संस्थापक सदस्यों में से एक थे। अपने पीछे पत्नी सुमित्रा महतो के अलावा तीन पुत्रों कृष्ण प्रसाद महतो, विष्णुपद महतो व पंचानन महतो व एक पुत्री संध्या महतो समेत भरा पूरा संसार छोड़ गए हैं। कृष्ण प्रसाद पटमदा इंटर कॉलेज में चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी हैं, विष्णुपद खेतीबारी करते हैं जबकि पंचानन महतो नियमित शिक्षक हैं। उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार जाल्ला स्थित अपने पैतृक जमीन पर दोपहर साढ़े 12 बजे कर दिया गया। शवयात्रा में काफी संख्या में लोग शामिल हुए।
श्रद्धांजलि देने वालों में मुख्य रूप से विधायक प्रतिनिधि चन्द्रशेखर टुडू, पूर्व प्रत्याशी मुचीराम बाउरी, जिला परिषद सदस्य प्रदीप बेसरा, पूर्व पार्षद स्वपन कुमार महतो, झारखंड आंदोलनकारी संघ के जिलाध्यक्ष विश्वजीत प्रमाणिक, मनबोध महतो, रसराज महतो, दुर्योधन महतो, गोपाल माहली, ईशान चंद्र गोप, प्रणव कुमार महतो, पटमदा इंटर कॉलेज के प्राचार्य अरुण कुमार, समाजसेवी पंचानन दास, गिरीजा प्रसाद मिश्रा, शरत सिंह सरदार, भीष्मनाथ महतो, टैगोर सोसाइटी के संयुक्त सचिव नन्दलाल बॉक्सी, कालीपद सांतरा, देवेंद्र नाथ सिंह, प्रबोध कुमार महतो, सदानंद महतो, आदित्य महतो, निर्मल कुमार महतो, सुमित कुमार तिवारी, राजशेखर महतो, विभूति भूषण महतो, आशुतोष महतो, मिहिर कुमार प्रमाणिक, भावनिधि महतो, सुभाष कर्मकार, संदीप कुमार मिश्रा, प्रधान चंद्र महतो, अंब्रेश कुमार, उज्ज्वल कांति दास, प्रदीप कुमार अग्रवाल, भवानी दास, विश्वनाथ महतो, दीपक कुमार वर्मा, बिरिंची महतो, मोहन लाल, अवधेश उपाध्याय, प्रबोध महतो, मुरारी कुमार, रथु महतो, निर्मल कुमार महतो, भास्कर माहली, तापस हालदार व शशांक शेखर प्रमाणिक आदि शामिल थे। मेघनाथ महतो झारखंड आंदोलनकारी संघ, पटमदा प्रखंड के पूर्व अध्यक्ष, झारखंड मुक्ति मोर्चा के पूर्व कार्यालय सचिव, राष्ट्र शहीद सम्मान समिति के संस्थापक सदस्य व पटमदा इंटर कॉलेज जाल्ला के जमींदाता सदस्य थे। इस संबंध में पटमदा इंटर कॉलेज जाल्ला के पूर्व प्राचार्य पंचानन दास ने कहा कि हमने एक जुझारू, मिलनसार व कुशल व्यक्तित्व के धनी सच्चे साथी को खो दिया है जिनका योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। उनके आकस्मिक निधन से समाज को अपूरणीय क्षति हुई है और हम सभी मर्माहत हैं।