पटमदा-बोड़ाम में देर रात तक हुई मां काली की पूजा
Patamda:’ॐ क्रीं क्रीं क्रीं हूँ हूँ ह्रीं ह्रीं दक्षिणे कालिके क्रीं क्रीं क्रीं हूँ हूँ ह्रीं ह्रीं स्वाहा’ आदि वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ ही गुरुवार की देर रात पटमदा व बोड़ाम प्रखंड के विभिन्न गांवों में स्थित सार्वजनिक व निजी काली मंदिरों में मां काली की पूजा-अर्चना की गई। इस मौके पर खासकर महिलाएं उपवास में रहकर माता की भक्ति में लीन रहीं।
यहां खासकर पटमदा बाजार, लावा, दगड़ीगोड़ा, बांसगढ़, बंगोई, बोड़ाम, डिमुडीह, भूला, छोटा बांगुड़दा, बांगुड़दा, ठनठनी घाटी, जाल्ला, गोपालपुर, बनकुंचिया, सांझड़ा आदि गांवों में स्थित मंदिरों में कार्तिक अमावस्या के मौके पूजा का आयोजन हुआ। लावा निवासी विश्वनाथ मल्लिक व रसराज सिंह ने बताया कि इस वर्ष आदर्श आचार संहिता के मद्देनजर काली पूजा के मौके पर कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जाएगा।