डिमना में विस्थापितों की तैयारी बैठक संपन्न, सरकार व कंपनी के समक्ष रखेंगे अपनी मांगें
Patamda: रविवार को बोड़ाम प्रखंड अंतर्गत डिमना डैम हेलीपेड मैदान में डिमना डैम और टाटा कंपनी के विस्थापितों की एक महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। बैठक में विस्थापितों ने अपनी मांगों और समस्याओं को रखा एवं सरकार तथा टाटा कंपनी से समाधान की मांग की।
इस दौरान सोमवार को होने वाली बैठक के लिए निम्नलिखित प्रस्ताव पारित किए गए:
1. टाटा कंपनी और डिमना डैम के विस्थापितों को विस्थापित प्रमाण पत्र दिया जाए।
2. 1932 खतियान के आधार पर विस्थापितों को चिन्हित कर विस्थापितों को पुनर्वास व मुआवजा दिया जाए।
3. 1996 के सर्वे सेटलमेंट को रद्द किया जाए।
4. डिमना डैम विस्थापित के साथ 32 दौर की सरकार, कंपनी और विस्थापितों के साथ त्रिपक्षीय वार्ता जो बंद हो गया था, उसे प्रारंभ किया जाए।
5. डिमना डैम और टाटा कंपनी में जो जमीन कंपनी के अधीन नहीं है उसे अधिक भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के तहत पुनः विस्थापितों को वापस किया जाए।
6. टाटा कंपनी के बहाली में डिमना डैम और टाटा कंपनी से हुए विस्थापितों को प्राथमिकता दी जाए तथा टाटा कंपनी के ठेकेदारी में भी विस्थापितों को प्राथमिकता दिया जाए।
मौके पर विस्थापितों ने अपनी एकजुटता और संघर्ष की भावना को दिखाया और अगली बैठक में सरकार तथा टाटा कंपनी से अपनी मांगों को पूरा करने का प्रस्ताव रखेंगे। बैठक में मुख्य रूप से हरमोहन महतो, दीपक रंजीत, प्रह्लाद गोप, उत्तम कुमार प्रधान, देवन सिंह, सोहन सिंह, गोपाल माझी, तपन पांडा, गौर हेंब्रम, निरंजन गौड़, मधुसूदन प्रधान, अबोध सिंह, सारथी दास व प्रदीप कुमार सोरेन आदि लोग उपस्थित थे।