खेल के साथ पढ़ाई भी जरूरी है: महाबीर मुर्मू
Jamshedpur: 27वां काचा दारहा तुपनय घाट पूजा के शुभ अवसर पर आदिम सागेन अखड़ा काचा की ओर से दो दिवसीय फुटबॉल प्रतियोगिता एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन रविवार को संपन्न हुआ। इसमें मुख्य अतिथि के रूप के रूप में झारखंड मुक्ति मोर्चा के युवा नेता महाबीर मुर्मू शामिल हुए। प्रतियोगिता में कुल 32 टीमों ने भाग लिया।
फाइनल मैच वीर डिबा किशुन मेमोरियल सोसायटी जिलिंगगोड़ा बनाम साइलेंट किलर मातकोमडीह के बीच खेला गया। खेल की समाप्ति के बाद दोनों टीमें बराबरी पर होने की वजह से ट्राइबेकर द्वारा फाइनल मैच का फैसला किया गया। जिसमें वीर डिबा किशुन मेमोरियल सोसायटी जिलिंगगोड़ा की टीम विजेता बनी। मुख्य अतिथि के हाथों विजेता टीम को 40 हजार रुपए नगद व ट्रॉफी और उप विजेता टीम को 30 हजार नगद राशि और ट्रॉफी देकर पुरस्कृत किया गया।
मुख्य अतिथि महाबीर मुर्मू ने कहा कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय में फुटबॉल के साथ-साथ अन्य खेलों में झारखंड के खिलाड़ियों का बहुत योगदान रहा है। लेकिन खासकर झारखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में फुटबॉल के प्रति काफी लगाव है और खेल के साथ पढ़ाई भी जरूरी है ताकि समाज को आगे बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा कि सामाजिक पारम्परिक 5 की व्यवस्था भी बचाए रखने की आवश्यकता है। कार्यक्रम में मुख्य रूप से भरत सरदार, बिष्णु मुर्मू , मुखिया काजल मुर्मू, इंद्रेश हांसदा, सुखलाल सोरेन, गुंडा हांसदा, नरसिंह मुर्मू, भागीरथी सोरेन, दुर्गा प्रसाद हांसदा, मनोज तांती, करण कालिंदी व क्लब के पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित थे ।