पलासबनी के सिरीघुटू फूलो झानो चौक से पत्थलगड़ी हटाने की घटना से आदिवासी समुदाय में आक्रोश
Jamshedpur: आदिवासी एकता मंच ने पलासबनी के सिरीघुटू क्षेत्र स्थित फूलो झानो चौक पर लगे पत्थलगड़ी (सांस्कृतिक-ऐतिहासिक स्मारक) को रविवार की रात असामाजिक तत्वों द्वारा हटाए जाने की घटना से आदिवासी समुदाय में रोष व्याप्त है और इसकी कड़ी निंदा की जा रही है। मंगलवार को एक प्रेस वार्ता आयोजित कर आदिवासी एकता मंच ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। इस कार्य को आदिवासी समाज के सांस्कृतिक विरासत और स्वायत्तता पर हमला माना जा रहा है।
इस संबंध में आदिवासी एकता मंच के अध्यक्ष दीनबंधु भूमिज ने कहा कि यह मामला अब मांझी परगना महाल (असानबनी तोरोप) के पास है। वहां से निर्णय लिया जाएगा और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। मंच के सलाहकार विजय सोय ने कहा कि विगत रविवार को परगाना बाबा द्वारा मामले की जांच किए जाने के बाद ही इस घटना को असमाजिक तत्वों द्वारा अंजाम दिया गया है जो कहीं ना कहीं मांझी परगना महाल की स्वायत्त व्यवस्था को चुनौती है। इसका जवाब हम संगठित होकर देंगे।
सलाहकार मंगल टुडू ने कहा कि यदि हम एकजुट नहीं हुए तो ये तत्व आदिवासी समाज को नष्ट कर देंगे। हमें अपनी पहचान और अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष तेज करना होगा। इसके अलावा अन्य सदस्यों ने कहा कि शहीदों के अपमान और हमारी सांस्कृतिक धरोहर को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ हम हर मोर्चे पर खड़े होंगे। असमाजिक तत्वों को सबक सिखाया जाएगा। प्रेस वार्ता में दीबंधु भूमिज, जर्मन मार्डी, गुरूपदो हेम्ब्रम, विजय सोय, राजाराम मुर्मू, मंगल टुडू, दिकू मुर्मू, सोमाय, पन्नालाल सोरेन, राजेश मुर्मू, किसान बोदरा, राधे भाई व सुनील हेंम्ब्रम आदि मौजूद थे।