पटमदा कॉलेज के संस्थापक सचिव स्व भवतारण महतो की जयंती पर चित्र का अनावरण
Patamda: पटमदा इंटर व डिग्री कॉलेज जाल्ला के संस्थापक सचिव रहे स्व भवतारण महतो की 97वीं जयंती के मौके पर रविवार को इंटर कॉलेज जाल्ला के परिसर में उनके चित्र का अनावरण पटमदा उत्तरी – 02 के जिला पार्षद खगेन चंद्र महतो ने किया। मौके पर उपस्थित अतिथियों द्वारा द्वीप प्रज्वलन एवं पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में विधायक प्रतिनिधि चन्द्रशेखर टुडू मौजूद थे।
मुख्य अतिथि चंद्रशेखर टुडू ने कहा कि मंच पर काफी अनुभवी लोग मौजूद हैं। जिस समय कॉलेज की स्थापना हुई थी हमलोग छोटे थे। उस वक्त क्षेत्र में साक्षरता दर और उच्च शिक्षा तक लोगों की पहुंच काफी कम थी। उस जमाने के जो शिक्षाविद थे उनलोगों ने यह सोचा कि कैसे यहां शिक्षा के क्षेत्र में वातावरण तैयार करेंगे। उनकी सोच को धरातल पर उतारने के लिए जमींदाता और अन्य बुद्धिजीवियों का भी साथ मिला। उनकी दूरदर्शी सोच की बदौलत आज पटमदा के प्रत्येक गांव में इंटर एवं स्नातक पास देखा जा सकता है। टुडू ने कहा कि हमारा कर्तव्य है उनकी सोच को आगे बढ़ाने का इसलिए दायित्व लिए हैं। डिग्री कॉलेज में सचिव पद पर रहते हुए इंटर को भी सहयोग करता हूं। उन्होंने इंटर कॉलेज के कर्मचारियों की समस्याओं को आगामी विधानसभा सत्र में रखने के लिए विधायक से मांग करने का आश्वासन दिया।
जिला पार्षद खगेन चंद्र महतो ने कहा कि भवतारण बाबू जैसे लोग विरले ही मिलते हैं, उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। उज्ज्वल कुमार ने कहा कि आज से करीब 41 साल पहले तत्कालीन आईएसएस अमूल्य रतन षड़ंगी व प्रफुल्ल कुमार महतो के साथ उनके पिता स्व भवतारण महतो ने टाटा स्टील के तत्कालीन अध्यक्ष रूसी मोदी से मिलकर 16.5 लाख रुपए से 12 कमरों का भवन बनवाया था। इसे बचाना और आगे ले जाना हम सभी की जिम्मेदारी है। कार्यक्रम में पूर्व प्राचार्य पंचानन दास, डिग्री कॉलेज के प्राचार्य कृष्णपद महतो, समाजसेवी भीष्मनाथ महतो, मृत्युंजय महतो, सुनील वरण महतो, अनिल वरण महतो, फूलचांद महतो, बुद्धेश्वर महतो, छुटुलाल महतो व बिरिंची महतो आदि ने भी विचार व्यक्त किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए इंटर कॉलेज के प्राचार्य अरुण कुमार ने कहा कि आज पटमदा इंटर व डिग्री कॉलेज जैसे शिक्षण संस्थान को खड़ा करने और यहां तक पहुंचाने में भवतारण बाबू का बहुत बड़ा योगदान रहा है। वे पटमदा के आगुईडांगरा गांव के मूल निवासी थे और टिस्को कंपनी में चीफ इंजीनियर जैसे बड़े पदों में रहते हुए भी इस संस्थान के लिए मानसिक व आर्थिक रूप से योगदान दिया है। उनकी दूरदर्शी सोच की बदौलत ही आज इस क्षेत्र में शिक्षा का विकास हुआ है। समारोह का संचालन अरुण कुमार एवं धन्यवाद ज्ञापन जयदेव महतो ने किया। वह 2011 तक दोनों कॉलेज के सचिव रहे एवं 2020 में उनका देहांत हो गया। उन्होंने अगले साल से जयंती कार्यक्रम को भव्य तरीके से मनाने की घोषणा की।