बांगुड़दा आदर्श ग्राम में जलापूर्ति योजना से ग्रामीणों को फायदे कम, नुकसान अधिक
पटमदा के गोपालपुर गांव में गुरुवार को सड़क पर बहता पानी और उससे बने कीचड़मय हालात
Patamda: पटमदा के सांसद आदर्श ग्राम बांगुड़दा को स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति हेतु सांसद विद्युत वरण महतो की पहल पर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की ओर से स्वीकृत योजना पर सवाल उठाए जा रहे हैं। इस संबंध में बांगुड़दा पंचायत के गोपालपुर गांव निवासी सह उप प्रमुख प्रतिनिधि विश्वनाथ माझी का आरोप है कि करोड़ों की लागत से स्वीकृत इस योजना का कार्य आज करीब 6 वर्ष बीतने के बावजूद पूरा नहीं हो पाया है। इस योजना के तहत पंचायत के सभी गांवों बांगुड़दा, गोपालपुर, माकुला और बांधडीह के ग्रामीणों को पाइप लाइन के माध्यम से पेयजल आपूर्ति करने का लक्ष्य था। ट्रायल के तौर पर कई बार पानी छोड़ा भी गया लेकिन विभागीय अधिकारियों की उदासीनता और ठेकेदार की लापरवाही के कारण योजना सफल नहीं हो पाई है। अब भी लोगों को दूर से पीने का पानी ढोकर लाना पड़ रहा है, लोगों को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। वर्तमान में फायदे कम और नुकसान अधिक होने लगा है।
माझी का कहना है कि गोपालपुर गांव के टोला छोलागोड़ा, कुम्हार पाड़ा, काछिम टोला और माझी टोला के अलावा बांगुड़दा के रुनू टोला, कर्मकार पाड़ा समेत कई टोलों में लीकेज होने की वजह से सड़क पर बह रहा है पानी। गांव की सभी सड़कों पर बारिश जैसे हालात हैं और कीचड़ से लोग परेशान हैं। उन्होंने कहा कि बुधवार और गुरुवार को शाम 4 बजे पानी छोड़ा गया जो लोगों के घरों में पहुंचने के बजाय सड़कों पर बहने लगा है इससे एक ओर जहां पानी की बर्बादी हो रही है वहीं पैदल चलने वाले लोगों को कीचड़ का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत स्वर्णरेखा नदी से पानी की आपूर्ति हो रही है। इसकी शिकायत पेयजल व स्वच्छता विभाग के कनीय अभियंता से करने पर सिर्फ आश्वासन दे रहे हैं और कहते हैं कुछ दिनों के बाद आकर समस्या का समाधान कर देंगे। इस संबंध में विभागीय कनीय अभियंता से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।