कुमीर में दूसरे दिन आंदोलन से हटे ग्रामीण, मोर्चा संभाले जेएलकेएम कार्यकर्ताओं ने भी प्रशासन से वार्ता के बाद खत्म किया धरना
Patamda : मंगलवार को पटमदा के कुमीर गांव में हुई सड़क दुघर्टना के बाद हाइवा एवं उसके चालक को अपने कब्जे में लेकर आंदोलन पर उतरे ग्रामीणों ने बुधवार को सुबह से ही दूरी बना ली। देर रात तक धरने पर बैठने के बाद मुखिया समेत कई प्रमुख लोगों ने समर्थन देने पहुंचे जेएलकेएम कार्यकर्ताओं को आंदोलन का जिम्मा सौंप दिया। जेएलकेएम कार्यकर्ताओं ने भी मोर्चा संभालते हुए दोपहर तक धरना को जारी रखा। दोपहर के बाद दुबारा वार्ता करने पहुंचे पटमदा सीओ डॉ. राजेंद्र कुमार दास व कमलपुर थाना प्रभारी दीपक कुमार ठाकुर के साथ पार्टी कार्यकर्ताओं की हुई बहस के बाद तत्काल धरना को खत्म करने की घोषणा पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष अनिल बास्के ने की।
इस दौरान राज्यपाल के नाम सीओ व थाना प्रभारी को 8 सूत्री एक मांग पत्र सौंपकर आवश्यक कार्रवाई की मांग की गई। ज्ञापन में कहा गया है कि पत्थर खदान, क्रशर एवं भारी वाहनों के अवैध संचालन से कुमीर, काश्मार, ओड़िया एवं बनकुंचिया पंचायत क्षेत्र में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदूषण व धूलकण से स्थानीय लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। ओड़िया पंचायत के प्राथमिक विद्यालय ओड़िया से करीब 50 फीट की दूरी पर चल रहे पत्थर खदान में अवैध ब्लास्टिंग करने से मकानों में दरार आना व टूटना आम बात हो गई है। ग्राम सभा एवं सरकारी नियमों का उल्लंघन करते हुए भारी वाहनों के परिचालन से स्कूल व कॉलेज के विद्यार्थियों समेत आम लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है और दुर्घटना की संभावना प्रबल बनी रहती है। इस संबंध में जेएलकेएम के जिला प्रवक्ता सुब्रत महतो ने कहा कि जब तक सरकार हमारी मांगें नहीं मानती है तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
ज्ञापन सौंपने वालों में प्रखंड अध्यक्ष अनिल बास्के, जिला प्रवक्ता सुब्रत महतो व फनी महतो, मृत्युंजय महतो, श्यामसुंदर महतो, हरेकृष्ण महतो, सुंदर कमल महतो, दयासागर महतो, साहेबराम महतो, सागर महतो व गौरांग महतो आदि शामिल थे।