काम नहीं मिलने पर फिर भड़के बागजांता माइंस के मजदूर, किया अनिश्चितकाल सड़क जाम
Musabani: बागजांता माइंस रेंज समूह के मजदूरों ने सोमवार द्वितीय पाली से बागजाता माइंस जाने वाली सड़क पर अनिश्चितकालीन बंदी शुरू कर दिया है। मजदूर यूसील प्रबंधन के लिखित आश्वासन के बाद वादाखिलाफी से आक्रोशित हैं। मजदूरों ने बताया कि विगत दिनों बागजांता माइंस के रेंज समूह के मजदूरों का कार्य विगत 8- 9 महीनों से बंद होने के कारण काम से बैठा दिया गया था। मजदूरों ने विगत दिनों काम शुरू कराने के लिए आंदोलन का रुख अख्तियार कर लिया था। उस आंदोलन को देखते हुए यूसील प्रबंधन ने बागजांता माइंस कार्यालय में महा- प्रबंधक (खान) मनोरंजन माहली की अध्यक्षता में 2 दिसम्बर को मजदूरों के साथ वार्ता के बाद 15 दिसंबर से मजदूरों को काम देने का प्रबंधन द्वारा लिखित आश्वासन दिया गया था। रेंज समूह के कार्य को 15 दिसंबर तक टेंडर प्रक्रिया पूरा होने के पश्चात 16 दिसंबर से कार्य प्रारंभ होने का भरोसा दिया गया था। इस आश्वासन के आधार पर मजदूरों ने आंदोलन को स्थगित करने का निर्णय लिया।
यूसील प्रबंधन के लिखित भरोसा दिए जाने के बावजूद अपर प्रबंधक के द्वारा मजदूरों के नाम एक और पत्र जारी करते हुए आगामी 23 दिसंबर तक कार्य प्रारंभ करने का आदेश जारी किया गया। यूसील प्रबंधन द्वारा जारी पत्र में एक सप्ताह ओर बढ़ाए जाने से रेंज समूह के मजदूर भड़क गए और अपने आंदोलन को पुनः जारी करने की घोषणा करते हुए सोमवार द्वितीय पाली से बागजांता माइंस जाने वाली सड़क को अनिश्चितकालीन बंद कर दिया। बंद के दौरान द्वितीय पाली के मजदूरों को लेकर जाने वाली बस और अन्य संसाधन रोके जाने से बागजाता माइंस तक मजदूर नहीं पहुंच सके। द्वितीय पाली से बागजाता माइंस में काम बंद हो गया। मजदूरों ने कहा कि यूसील प्रबंधन भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। जिसके कारण सड़क जाम जैसे आंदोलन करने में मजबूर होना पड़ा है। यूसील प्रबंधन बैठाए गए 41 मजदूरों को कार्य पर बहाल करने तक माइंस के सभी प्रकार के काम बंद रखने निर्णय लिया गया।
मौके पर प्रभात हांसदा, सुभाष माहली, संग्राम सोरेन, लादू सोरेन, जगन्नाथ भकत, रूइदास कैबर्त, सूजन मार्डी, भादो राम हांसदा, मुचीराम भकत, सहदेव कैबर्त, श्याम चरण हांसदा, राय टुडू व निवारण कैबर्त आदि मजदूर उपस्थित थे।