रोजगार नहीं मिलने पर 2 से चक्का जाम आंदोलन करेंगे बागजांता माइंस के मजदूर
Musabani: मुसाबनी के बागजांता माइंस रेंज समूह के मजदूरों की बैठक रविवार को गोहला पंचायत के मुखिया परबत हांसदा की अध्यक्षता में बाकड़ा पुल के समीप आयोजित हुई। जिसमें आमंत्रित अतिथि के रूप में पूर्व जिला पार्षद बुद्धेश्वर मुर्मू उपस्थित थे।
बैठक में मजदूरों ने विगत 8 महीनों से भी ज्यादा समय से बेरोजगार रहने और जिसके कारण सभी मजदूरों के पारिवारिक माली हालत खराब होने पर चर्चा की गई। मजदूरों द्वारा विगत दिनों रोजगार की मांग को लेकर यूसील प्रबंधन को लिखित आवेदन देकर 30 नवंबर तक कार्य पर बहाल करने की मांग की गई थी। जिसके बाद यूसील के अपर प्रबंधक कार्मिक द्वारा शनिवार को मजदूरों के नाम एक चिट्ठी जारी की गई थी। जिसमें 9 दिसंबर से रेंज समूह के मजदूरों के कार्य चालू होने का उल्लेख पर विचार किया गया। मजदूरों ने एक स्वर में यूसील द्वारा निर्गत चिट्ठी को यह कहकर खारिज किया गया कि यूसील के प्रबंधक द्वारा इस तरह के बार-बार आश्वासन देकर ठगा गया है।
मजदूरों ने मांग की है की रेंज समूह के कार्य प्रारंभ होने की तिथि को यूसील के सक्षम अधिकारी द्वारा वार्ता के माध्यम से मजदूरों को आश्वस्त करें। इसके बाद ही मजदूर अपना पूर्व निर्धारित कार्यक्रम 2 दिसंबर को चक्का जाम और 3 दिसंबर से अनिश्चितकालीन बंदी पर पुनर्विचार करेंगे, अन्यथा अपने आंदोलन को यथावत रखने की जानकारी यूसील प्रबंधन और स्थानीय प्रशासन को लिखित रूप से दी गई। बैठक में सभी मजदूरों ने कहा कि कार्य प्रारंभ होने संबंधित सक्षम अधिकारी के साथ वार्ता नहीं होने पर सोमवार सुबह से ही यूसिल की गाड़ियों को रोकने के लिए सड़क पर आंदोलन को जोर देते हुए अपने निर्णय पर अडिग दिखे। पूर्व जिला पार्षद बुद्धेश्वर मुर्मू ने उपस्थित मजदूरों को संबोधित करते हुए कहा की बागजांता माइंस के मजदूरों को हर बार अपने अधिकार के लिए सड़क पर उतरना पड़ रहा है। इससे प्रतीत होता है की यूसील प्रबंधन क्षेत्र के लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने की आदत सी बन गई है। उन्होंने मजदूरों के अधिकार के लिए हर संभव मदद करने का भरोसा मजदूरों को दिया। बुद्धेश्वर मुर्मू ने कहा कि बागजांता माइंस में ठेका मजदूरों को मृत्यु के उपरांत या कार्य के दौरान रिटायर्ड कर्मचारियों के आश्रितों को रोजगार से जोड़ने के लिए बहुत जल्द यूसील प्रबंधन को पत्राचार किया जाएगा। यूसील प्रबंधक इन मांगों पर विचार नहीं करते है तो उन आश्रितों के साथ प्रबंधक के खिलाफ जोरदार आंदोलन की जाएगी। इस अवसर पर मुखिया परबत हांसदा, सुभाष माहली, सूजन मार्डी, प्रभात हांसदा, कृष्णा हांसदा, रविन्द्र नाथ हेंब्रम, लादू सोरेन, मूची राम भकत, जगन्नाथ भकत, मनोहर कैबर्त सहदेव महली, श्याम चरण हांसदा, कृष्णा सोरेन, कुंवर हांसदा, श्याम हांसदा, दुर्योधन कैबर्त , दीपक कैबर्त, प्रकाश कैबर्त, भादो राम हांसदा राम राय हांसदा आदि मजदूर उपस्थित थे।