मुसाबनी सुरदा माइंस का पुनः परिचालन शुरू, 11 सौ मजदूरों को मिलेगा रोजगार
Jamshedpur : मुसाबनी के सुरदा स्थित ताम्र खदान का पुनः परिचालन शनिवार को केंद्रीय कोयला एवं खान राज्यमंत्री सतीश चंद्र दुबे, झारखंड सरकार के जल संसाधन, उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन, सांसद विद्युत वरण महतो द्वारा शुभारंभ किया गया. सुरदा खदान परिसर में विधिवत पूजा अर्चना की गई. सभी अतिथियों ने ताम्र अयस्क लदे वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने कहा कि केंद्र सरकार समाज के अंतिम पायदान पर मौजूद लोगों के विकास करने की सोच रखकर काम कर रही है. जिससे समाज का हर वर्ग विकसित होगा. उन्होंने कहा सुरदा खदान खदान का पुनः परिचालन शुरू होने से देश में तांबे के मामले आत्मनिर्भर बनने की दिशा में अग्रसर होगा. देश में खपत के अनुपात में केवल 5 से 6 फीसदी तांबे का उत्पादन होता है. आगे सभी बंद पड़े तांबा खदानों का परिचालन शुरू कराने की कार्यवाही की जा रही है. जिससे तांबे के उत्पादन में वृद्धि होगी साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।
सांसद विद्युत वरण महतो ने अपने संबोधन में कहा कि भारत सरकार और राज्य सरकार के सहयोग से सुरदा माइंस का परिचालन पुनः शुरू हो पाया है. उन्होंने कहा दलगत राजनीति की भावना से उपर उठकर दोनों सरकारों ने माइंस परिचालन के लिए आवश्यक कार्यवाही पूरी की. सांसद ने कहा झारखंड में आइरन, मैंगनीज, यूरेनियम तांबा समेत अन्य बहुमूल्य खनीज प्राप्त होता है. इसके बावजूद स्थानीय मजदूरों को दुर प्रदेशों में जाकर मजदूरी करनी पड़ती है. प्रयास किया जा रहा है कि सुरदा के बाद राखा, चापड़ी और केंदाडीह माइंस समेत सभी खदानों का परिचालन पुनः शुरू किया जाय ताकि मजदूरों को अपने घर के पास ही काम मिले. इसके लिए ग्राम प्रधान, मुखिया और सीएम से लेकर पीएम तक संवाद किया. सांसद ने कहा उन्होंने पीएम मोदी से मउभंडार कारखाने को शुरू करने के लिए निवेदन किया है।
माइंस पुनः परिचालन शुरू होने के मौके पर झारखंड सरकार के मंत्री रामदास सोरेन ने कहा कि सुरदा माइंस के शुरू होने से क्षेत्र के 11 सौ से अधिक मजदूरों को रोजगार मिलेगा. राज्य सरकार सभी खदानों को शुरू कराने के लिए सकारात्मक पहल कर रही है. माइंस को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सभी विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किया है। मौके पर एचसीएल व खान विभाग के अधिकारी जनप्रतिनिधि व ग्रामीण उपस्थित थे।