बोड़ाम में मनाई गई राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती
Patamda: बोड़ाम प्रखंड के लायलम पंचायत के छाड़डुंगरी गांव में मिर्जाडीह विस्थापित एकता मंच के सदस्यों ने बुधवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती मनाई।
इस अवसर मंच के सदस्य सह पूर्व लोकसभा प्रत्याशी बिश्वनाथ महतो ने कहा कि देश को आजादी दिलाने में गांधी जी का अतुलनीय भूमिका रही और उनके आदर्शों को जीवन में अपनाकर विस्थापितों के हक अधिकार दिलाने के लिए गांधीवादी तरीके से अहिंसा के रास्ते पर चलकर जिला प्रशासन एवं टाटा स्टील के तमाम कार्यालयों के समक्ष धरना प्रदर्शन किया जाएगा। जब तक विस्थापितों को सम्पूर्ण अधिकार नहीं मिलेगा हमलोग चैन से नहीं बैठेंगे। झारखंड प्रदेश में हर जगह विस्थापितों के साथ राजनीति होती है। इसमें क्षेत्र के विधायक, सांसद, जिला प्रशासन समझौते के नाम पर कंपनी से मोटी रकम लेकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल देता है। अगले चुनाव में फिर विस्थापन को मुद्दा बनाया जाता है। परंतु विस्थापितों की स्थिति जस की तस बनी रहती है। हमें इस प्रकार के छलावे से दूर रहना होगा।तमाम विस्थापितों को एक होकर अपनी आवाज बुलंद करना पड़ेगा।
महतो ने आगे कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के बुद्धिजीवी वर्ग के सबसे प्रमुख नेताओं में से एक थे महात्मा गांधी। जिन्होंने त्याग, तपस्या, सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलते हुए देश को आजादी दिलाई। वे एक नेता ही नहीं बल्कि निष्काम कर्मयोगी तथा सच्चे अर्थों में युगपुरुष थे। महात्मा गांधी जी केवल एक देश के ही नहीं बल्कि संपूर्ण मानव जाति के प्रेरणा स्रोत हैं।
महात्मा गांधी कोई व्यक्ति नहीं, अपने आप में एक क्रांति है, यह बात तो सारी दुनिया जानती है।
मौके पर बुद्धेश्वर महतो, चंदन महतो, माणिक चंद्र बेसरा, नवघण महतो, मकुन्दर, कृतिवास, प्रताप महतो, विश्वनाथ सिंह, मनसाराम सिंह, गणेश सिंह, कार्तिक सिंह, बुद्धेश्वर सिंह, भोला सिंह, लंबोदर मुर्मू, श्रावण मुर्मू एवं स्वपन कुमार आदि ने श्रद्धांजलि अर्पित की।