टाटा कॉलेज की तरह अन्य कॉलेजों की भी हो जांच, सरकारी ऑडिट हो, प्राइवेट नहीं : पप्पू यादव
पप्पू यादव (फाइल फोटो)।
Jamshedpur: झारखंड छात्र मोर्चा के कोल्हान प्रमंडल सचिव पप्पू यादव ने गुरुवार को एक प्रेस बयान जारी कर कहा कि पिछले कई दिनों से अखबारों के माध्यम से यह ज्ञात हो रहा है कि कोल्हान विश्वविद्यालय अंतर्गत आने वाले टाटा कॉलेज के खाते से जो राशि की अवैध निकासी की गई है उसमें करोड़ों रुपयों का गबन प्रकाश में आया है। यह कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलसचिव और वित्तीय अधिकारी के अधीन होते हैं जो भी राशि की निकासी की गई है यह राशि विश्विद्यालय के अधिकारियों के घर का नहीं है बल्कि यह राशि कोल्हान प्रमंडल अंतर्गत आने वाले सभी गरीब, पिछड़ा, अति पिछड़ा विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए होता है। जिसकी निकासी विश्वविद्यालय के अधिकारी अपनी अय्याशी के लिए कर रहे हैं। बिना प्राचार्य की अनुमति के हमें तो ऐसा ज्ञात होता है कि इसमें कई प्राचार्य भी शामिल हो सकते हैं। इसका मैं और झारखंड छात्र मोर्चा कड़ी निंदा करता है और इस गबन में जो भी सम्मिलित हैं उनके विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए।
यादव का कहना है कि बीते 5 वर्षो में कोल्हान विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले 20 महाविद्यालयों के अकाउंट ए की जांच हो ताकि यह पता चल सके कि पूर्व के कुलसचिव एवं वित्तीय अधिकारी किस तरह से अपने अधिकारों का दुरुपयोग कर सभी सरकारी कॉलेज के अकाउंट ए (खाता) से निकासी किए हैं और सभी कॉलेज की सरकारी ऑडिट होनी चाहिए। सभी प्राचार्य प्राइवेट ऑडिट करवाते हैं जो उनके हिसाब से ऑडिट करता है। 2018 के बाद छात्र संघ को अब तक मिलने वाले राशि अभी तक मिली नहीं, उसकी भी जांच हो कि उस राशि का इस्तेमाल किन-किन लोगों ने किया है। यह पता चल सके कि कोल्हान विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले वोकेशनल कोर्स जैसे बीएड कॉलेज (जीएससीडब्लू-बीएड कॉलेज, कॉपरेटिव बीएड कॉलेज, महिला बीएड कॉलेज चाईबासा, बहरागोड़ा बीएड कॉलेज) पिछले 5 सालों में अकाउंट ए से कितनी निकासी हुई है और कहां-कहां हुई है, इसकी भी जांच हो ताकि यह पता लग सके कि किन-किन अधिकारियों की संलिप्तता है और उन प्रिंसिपल से भी पूछा जाए, उन्होंने जो कहा कि मेरा नाम सामने नहीं आना चाहिए पिछले कई वर्षों से अकाउंट ए से अवैध निकासी हो रही है टाटा कॉलेज से। अगर कोल्हान विश्वविद्यालय प्रशासन किसी अधिकारी को बचाने या जांच में लीपापोती करने की कोशिश करता है तो झारखंड छात्र मोर्चा सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन करेगा, अगर जरूरत पड़ी तो राजभवन का भी घेराव किया जाएगा।