बिदु चांदान धोरोमगाढ़ चतराबुरु में आयोजित पूजा कार्यक्रम में शामिल हुए मदन मोहन
प्रार्थना करते मदन मोहन सोरेन।
Jamshedpur: घाटशिला प्रखंड के आसना पंचायत अंतर्गत बिदु चांदान धोरोमगाढ़ चतराबुरु में माघी पूर्णिमा के अवसर पर बुधवार को हुई पूजा-अर्चना में भारत आदिवासी पार्टी के नेता मदन मोहन सोरेन शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों के साथ महाप्रसाद भी ग्रहण किया। मौके पर मदन मोहन सोरेन ने कहा कि पंडित रघुनाथ मुर्मू ने अपनी मातृभाषा से शिक्षा ग्रहण करने के लिए अथक प्रयास किया। ओल चिकि से शिक्षा का प्रचार प्रसार किया। उन्होंने अपनी मातृभाषा का आत्मसम्मान बढ़ाया।
विदित हो कि चतराबुरु ओल चिकि लिपि के जनक पंडित रघुनाथ मुर्मू की तपोभूमि रही है। पंडित रघुनाथ मुर्मू 1960 में ओल चिकि लिपि के प्रचार-प्रसार हेतु ओड़िशा से बंगाल जाने के दौरान चतराबुरु में रुके थे, जहां 7 दिनों तक विद्या के भगवान बिदु चांदान की आराधना की थी।