इको-सेंसिटिव जोन में चल रही अलकतरा फैक्ट्री में विस्फोट के बाद संचालन पर उठे सवाल, एसटीपी लिमिटेड मामले में जांच की मांग
Jamshedpur : डिमना और आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले सैकड़ों नागरिकों ने 5 जून की शाम एक गंभीर औद्योगिक हादसे को लेकर सामूहिक चिंता जाहिर की है। पर्यावरण दिवस की शाम करीब 8 बजे जमशेदपुर शहर के डिमना से सटे बोड़ाम थाना क्षेत्र के मिर्जाडीह स्थित एसटीपी लिमिटेड (पाइप प्रोटेक्शन प्रोडक्ट्स डिवीजन फैक्ट्री में अलकतरा मशीन में एक भीषण विस्फोट हुआ। इस विस्फोट के कारण फैक्ट्री से निकला गहरा काला और अत्यंत जहरीला धुआं आसपास के रिहायशी इलाकों में फैल गया। इस धुएं से बालीगुमा, सुखनाबस्ती, गौड़गोड़ा, धरमबांधा, रूपाई डांगा, डिमना, हिलव्यू कॉलोनी और जयपाल कॉलोनी जैसे क्षेत्रों के नागरिकों को सांस लेने में कठिनाई, आंखों में जलन, उल्टी और सिरदर्द जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हुईं। स्थानीय लोगों के अनुसार छोटे बच्चों और बुजुर्गों की तबीयत अधिक बिगड़ गई। भय और घबराहट के माहौल में कई परिवार अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर भागने को मजबूर हुए। यह घटना न सिर्फ मानव जीवन के लिए खतरा बनी, बल्कि क्षेत्रीय पर्यावरण और पारिस्थितिकी तंत्र को भी भारी नुकसान हुआ।
इन समस्याओं को लेकर शुक्रवार को ग्रामीणों ने एमजीएम थाना प्रभारी रामबाबू मंडल को एक ज्ञापन सौंपा और घटना की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की। ज्ञापन सौंपने वालों में मदन मोहन सोरेन, दीपक रंजीत व लखु तंतूबाई आदि शामिल थे। थाना प्रभारी ने मामले को एसडीओ, धालभूम को अग्रसारित करने का आश्वासन दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि यह फैक्ट्री एक पर्यावरणीय रूप से संवेदनशील क्षेत्र (इको सेंसेटिव जोन) में स्थित है, जहां ऐसे प्रदूषणकारी उद्योगों का संचालन पर्यावरणीय कानूनों के खिलाफ माना जाता है। इस मुद्दे पर स्थानीय नागरिकों ने सवाल उठाए हैं कि इस फैक्ट्री को पर्यावरणीय मंजूरी कैसे और किन शर्तों पर दी गई।
नागरिकों की प्रमुख मांगे:
1. इस घटना की निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच की जाए।
2. एसटीपी लिमिटेड के जिम्मेदार अधिकारियों पर कानूनी कार्रवाई हो।
3. प्रभावित इलाकों में तत्काल स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएं और पीड़ितों को चिकित्सा सहायता मिले।
4. यह जांच की जाए कि फैक्ट्री को कैसे इको सेंसिटिव ज़ोन में अनुमति दी गई।
5. भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए सख्त निगरानी और नियंत्रण व्यवस्था लागू की जाए।