बागजांता माइंस के मजदूरों का आंदोलन तीसरे दिन भी जारी
Musabani: मुसाबनी के बागजांता माइंस रेंज समूह के मजदूरों का कार्य प्रारंभ के मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन बंदी तीसरे दिन बुधवार को भी जारी रहा। मजदूरों के आंदोलन के कारण तीसरे दिन भी बागजाता माइंस में कार्य करने के लिए एक भी मजदूर माइंस में नहीं जा सके। रेंज समूह के मजदूरों को विगत 9 महीनों से कार्य बंद होने से उनके पारिवारिक हालात पर माइंस के अन्य मजदूर भी चिंता जाहिर करते हुए यूसील प्रबंधक को ही दोषी ठहराया जा रहा है। यूसील प्रबंधन की ओर से अभी तक आंदोलन को समाप्त करने के लिए किसी तरह की कोई पहल नहीं की गई है।
बुधवार को यूसील प्रबंधन के द्वारा आंदोलनकारी मजदूरों से बात कर आवश्यक सेवा बहाल करने के लिए अनुमति मांगी गई। मजदूरों ने आवश्यक सेवा बहाल करने के लिए इमरजेंसी ड्यूटी करने वाले मजदूरों को बागजांता माइंस तक जाने के लिए अनुमति दी। इसके उपरांत बुधवार को बागजांता माइंस में आवश्यक कार्य चालू हुआ। बुधवार को आंदोलनकारी मजदूरों से मिलने जाम स्थल पर जिप प्रतिनिधि सह पूर्व जिला पार्षद बुद्धेश्वर मुर्मू पहुंचे और आंदोलन से संबंधित प्रगति रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए मजदूरों के आंदोलन को समर्थन की घोषणा की। उन्होंने मजदूरों के आंदोलन में हर संभव मदद करने का भरोसा दिया। बुद्धेश्वर मुर्मू ने आंदोलनकारी मजदूरों से बात करते हुए कहा कि अपने अधिकार के लिए हर नागरिक आंदोलन करने के पूरी तरह स्वतंत्र है। उन्होंने कहा कि माइंस भविष्य में भी चले इसके लिए माइंस के आवश्यक सेवा को बहाल रखा जाय इस पर आंदोलनकारी ध्यान रखें। जिप प्रतिनिधि ने आंदोलनकारी को इस बढ़ती ठंड में भी देर रात तक जाम स्थल पर डटे रहने से ठंड में हो रही परेशानियों को देखते हुए अपने स्तर से अलाव की व्यवस्था की। मजदूरों ने बताया कि उनकी मांगों पर यूसील प्रबंधक जब तक कार्य प्रारंभ करने की अनुमति संबंधित कागजात उपलब्ध नहीं कराया जाता, आंदोलन जारी रहेगा।
इस अवसर पर प्रभात हांसदा, सुभाष माहली, जगन्नाथ भकत, मुचीराम भकत, भादो राम हांसदा, दुर्योधन कैबर्त, सुजन मार्डी, कृष्ण हांसदा, रूई दास कैबर्त, सुजीत पातर व निवारण कैबर्त आदि उपस्थित थे।